छत्तीसगढ़ समसामयिकी | 08-01-2022

छत्तीसगढ़ कर्रेंट अफेयर्स (CHHATTISGARH CURRENT AFFAIRS), छत्तीसगढ़ में योजना

छत्तीसगढ़ समसामयिकी पुरे राज्य की घटनाओ का एक सार है जो आपको CGVYAPAM.ORG के समसामयिकी वाले खंड में प्रति सप्ताह एक सार के रूप में मिलेगा

नवाजतन कार्यक्रम

  • कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों में सीखने की गति का जो नुकसान हुआ है उसका आकलन एवं क्षतिपूर्ति किस प्रकार की जा सकती है उसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद् (एस.सी.ई.आर.टी) शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा अभिनव पहल नवाजतन संपूर्ण छत्तीसगढ में चलाया जा रहा है
  • नवाजतन कार्यक्रम के हेतु प्रशिक्षण का आयोजन जिला स्तर पर डीपीआरसी भवन नारायणपुर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नारायणपुर के सौजन्य से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी आर मण्डावी, जिला मिशन समन्वयक श्री जी. एस. रेड्डी, डाइट प्रभारी प्राचार्य श्री गिरिश कुमार भास्कर एवं खण्ड स्रोत समन्वयक अमर सिंह नाग की उपस्थिति में मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलित कर किया गया।

ई-श्रमिक सेवा के लिए छत्तीसगढ़ को मिला गोल्डन अवॉर्ड

  • छत्तीसगढ़ के श्रम विभाग को ई-श्रमिक सेवा के लिए गोल्डन अवॉर्ड से नवाजा गया है। ई-गवर्नेस के क्षेत्र में नवाचार के लिए भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा, छत्तीसगढ़ के श्रम विभाग को यह अवार्ड प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने गोल्डन अवॉर्ड मिलने पर श्रमिकों और श्रम विभाग के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
  • ई-गवनेंस के क्षेत्र में नवाचार के लिए भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा किया गया सम्मानित
  • केन्द्रीय कार्मिक एवं लोक शिकायत मंत्री से हैदराबाद में छत्तीसगढ़ के श्रम विभाग के सचिव ने ग्रहण किया अवॉर्ड

छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी केवल 2.1 प्रतिशत

  • सीएम्आईई के रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ बेरोजगारी दर मात्र 2.1 प्रतिशत
  • बेरोजगारी वाले राज्यों में देश में चौथे स्थान पर है छत्तीसगढ़
  • सीएम्आईई का पूरा नाम सेण्टर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमिक

छत्तीसगढ़ दूसरा जैविक राज्य बनाने का लक्ष्य

  • रि-जनरेटिव डेवलपमेंट को बढ़ावा देने की कोशिश
  • सिक्किम के बाद दूसरा ग्रीन राज्य बनाने पर जोर
  • हरित व टिकाऊ अर्थव्यवस्था पर जोर

राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदुर न्याय योजना

  • इस योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को पहली किस्त का भुगतान 26 जनवरी 2022 को किया जाएगा।
  • इस योजना के तहत पात्र परिवारों को 6000 रु सालाना आर्थिक सहायता दी जाती है।

सुराजी गांव योजना

  • छत्तीसगढ़ सरकार के सुराजी गांव योजना के गरूवा घटक के तहत अब तक राज्य में निर्मित एवं सक्रिय रूप से संचालित 7889 गौठानों में से अब 2201 गौठान हुए स्वावलंबी
  • स्वावलंबी गौठान गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण के लिए स्वयं के पास उपलब्ध राशि का उपयोग करने लगे हैं।
  • रायगढ़ जिले में सर्वाधिक 249 गौठान स्वावलंबी हुए है। दूसरे नंबर महासमुन्द एवं कोरबा जिले में 170-170 गौठान तथा तीसरे क्रम पर कबीरधाम जिले में 141 गौठान स्वावलंबी हुए है।
  • गौरतलब है कि राज्य में पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अब तक 10591 गांवों में गौठान के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। जिसमें से 7889 गौठानों का निर्माण पूरा हो चुका है और वहां पर गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण सहित अन्य आयमूलक गतिविधियां संचालित हो रही है।
  •  गौठानों में पशुधन के देखरेख, चारे-पानी एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
  • मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर पशुधन के चारे के लिए किसानों द्वारा पैरा दान किया जा रहा है। अब तक 7 लाख 32 हजार 886 क्विंटल से अधिक पैरा गौठानों में दान के माध्यम से संग्रहित किया गया है। जिसका मूल्य 200 रूपए प्रति क्विंटल के मान से 14 करोड़ 65 लाख के लगभग है।

स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना

  • स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों के बेहतर भविष्य के निर्माण ध्यान में रखते हुए उन्हें अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए यह योजना शैक्षणिक सत्र 2020-21 से प्रारंभ की गई है।
  • प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में 52 तथा शैक्षणिक सत्र 2021-22 में 119 इस प्रकार राज्य में कुल 171 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय खोले गये हैं।
  • इन स्कूलों में करीब एक लाख गरीब बच्चों को अंग्रेजी की शिक्षा मुहैया हो सकेगी। अब स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूलों की भी शुरुआत।

मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना

  • योजना का उद्देश्य हाट-बाजारों के माध्यम से वन, पहाड़ी तथा अन्य दुर्गम क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों, जन जातीय समूहों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच आसान करना है। यह योजना 2 अक्टूबर 2019, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से प्रारंभ की गई है।
  • हाट-बाजारों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार एवं दवा वितरण । दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में निरंतर कमी आ रही है। महिलाओं एवं बच्चों के पोषण में सुधार की सतत निगरानी की जा रही है। बस्तर में मलेरिया उन्मूलन अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन में मदद मिल रही है।

कौशल्या मातृत्व योजना

  • इस योजना की शुरुवात 2 अक्टूबर 2019 को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित केंद्रीय मातृ वंदना योजना के तहत हुआ हैं
  • योजना के तहत द्वितीय संतान के रूप में बालिका के जन्म पर राज्य सरकार द्वारा 5 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता राशि प्रदान की जाएगी। कौशल्या मातृत्व योजना का पूरा व्यय राज्य सरकार वहन करेगी।
  • छत्तीसगढ़ में कौशल्या मातृत्व योजना के रूप में माँ के साथ नवजात बच्ची की पोषण सुरक्षा के लिए अभिनव पहल की गई है। इसका प्रावधान इस वर्ष के बजट 2021-22 में किया है।

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