रसायान विज्ञान

“विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत पदार्थ के गुणों, संघटन, संरचना उनमें होने वाले परिवर्तनों एवं इनकी क्रिया प्रतिक्रिया का अध्ययन किया जाता है, रसायन विज्ञान कहलाता है।”

रसायान विज्ञान शब्द की उत्पत्ति मिस्त्र के प्राचीन नाम कीमिया (Chemea) से हुई है जिसका अर्थ है ‘काला रंग’। इसे वहाँ के लोग केमि (Chemi) कहते थे। प्रारम्भ में रसायन विज्ञान के अध्ययन को केमिटेकिंग (Chemeteching) कहा जाता था। जिसके अंतर्गत द्रव्य (Matter) के संघटन (Composition) तथा उसके अतिसूक्ष्म कर्णो की संरचना का अध्ययन किया जाता है।

ज्वाइन टेलीग्राम

इसके अतिरिक्त द्रव्य (Matter) के गुण, द्रव्यों में परस्पर संयोग के नियम, ऊष्मा और ऊर्जाओं का द्रव्य पर प्रभाव, जटिल मिश्रित पदार्थों से सरल व शुद्ध पदार्थों को अलग करना, यौगिकों का संश्लेषण इत्यादि का भी अध्ययन किया जाता है। रसायन विज्ञान को अब अंग्रेजी में केमिस्ट्री (Chemistry) कहा जाता है।

लेवायसियें (Lavoisiea) को आधुनिक रसायन विज्ञान का पिता कहा जाता है परंतु प्रीस्टले एवं शीलें नामक वैज्ञानिकों को भी रसायन विज्ञान में अत्यधिक योगदान के कारण याद किया जाता है।

रसायन विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Chemistry)

वर्तमान समय में रसायन विज्ञान की तीन महत्वपूर्ण शाखाएँ हैं

1. कार्बनिक रसायन (Organic Chemistry) :

इसमें मुख्यतः कार्बन एवं उससे बनने वाले यौगिकों का अध्ययन किया जाता है जैसे पौधे, कागज, पेंट, चीनी, दबा, पेट्रोल, सीमेंट, एल्कोहल इत्यादि ।

2. अकार्बनिक रसायन (Inorganic Chemistry) :

इसमें मुख्यतः तत्वों से बनने वाले यौगिकों (कार्बनिक पदार्थों को छोड़कर) को अध्ययन किया जाता है अर्थात ऐसे पदार्थ जिनमें कार्बन की मात्रा नहीं पायी जाती है उनका अध्ययन किया जाता है जैसे-धातुएँ, खनिज, अम्ल, भस्म, अधातु आदि।

3. भौतिक रसायन (Physical Chemistry) :

इसमें मुख्यतः द्रव्य एवं ऊर्जा की अन्योन्य क्रियाओं का अध्ययन करते हैं। इन तीन शाखाओं के अलावा भी कई अन्य शाखऐ हैं जो निम्न हैं

1. विश्लेषिक रसायन (Analytic Chemistry )

इस शाखा के अंतर्गत विभिन्न पदार्थों की पहचान, आयतन व मात्रा का अनुमापन किया जाता है।

2. जैव रसायन (Bio-Chemistry):

इस शाखा के अंतर्गत जीवधारियों (Animals) में होने वाली रासायनिक अमिक्रियाओं तथा जन्तुओं (Animals) एवं वनस्पतियों (Plants) से प्राप्त होने वाले पदार्थों का अध्ययन करते हैं।

3. कृषि रसायन (Agriculture Chemistry) :

इस शाखा के अंतर्गत कृषि या कृषि कार्यों में प्रयुक्त रासायनिक पदार्थों जैसे-खाद, लवण आदि के बनाने की विधि का अध्ययन करते हैं।

4. औद्योगिक रसायन (Industrial Chemistry) :

इस शाखा के अंतर्गत मनुष्य या जीवधारियों के दैनिक जीवन में प्रयोग में लायी जाने वाली वस्तुओं जैसे-कपड़ा, प्लास्टिक, वार्निश इत्यादि पदार्थों के बनाने की विधियों का अध्ययन किया जाता है।

5. औषधि रसायन (Medicine Chemistry) :

इस शाखा के अंतर्गत मनुष्य के प्रयोग में आने वाली औषधियों, उनके संघटन तथा बनाने की विधियों पर अध्ययन किया जाता है।

रसायन विज्ञान का महत्व (Importance of Chemistry) :

आज रसायन विज्ञान का बहुत ही महत्व है। वर्तमान समय में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जो इसके प्रभाव से अछूता हो। चाहे वह औद्योगिक क्षेत्र हो, कृषि क्षेत्र हो, मेडिकल क्षेत्र हो या फिर जैविक क्षेत्र हो, सभी क्षेत्रों में रसायन विज्ञान ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वर्तमान समय में उपयोग की जाने वाली विभिन्न वस्तुएँ जैसे- चीनी मिट्टी, काँच, सीमेंट, खाद, पेट्रोल, रंग, पेंट, कागज, दवायें, कपड़ा, नील, पेन्सिलीन, स्ट्रेप्टरोमाइसिन औषधियाँ, यूरिया, तेल, साबुन, क्रीम, विषैली गैस, डायनामाइट, गन पाउडर इत्यादि रसायन विज्ञान की ही देन है।