अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार
इँदिरावती हा पखारय तोर पईयां
महूं पांवे परंव तोर भुँइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया
सोहय बिंदिया सहीं, घाट डोंगरी पहार
चंदा सुरूज बनय तोर नैना
सोनहा धाने के अंग, लुगरा हरियर हे रंग
तोर बोली हावय सुग्घर मैना
अंचरा तोर डोलावय पुरवईया
महूं पांवे परंव तोर भुँइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया
रयगढ़ हावय सुग्घर, तोरे मउरे मुकुट
सरगुजा अउ बिलासपुर हे बइहां
रयपुर कनिहा सही घाते सुग्घर फबय
दुरूग बस्तर सोहय पैजनियाँ
नांदगांव नवा करधनिया
महूं पांवे परंव तोर भुँइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया
स्व. नरेन्द्र वर्मा द्वारा रचित “अरपा पैरी के धार महानदी हे अपार” को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ का राज्यगीत घोषित किया गया हैं जिसे वर्तमान में श्रीमती ममता चन्द्राकर ने अपना स्वर दिया हैं
प्रश्न :- छत्तीसगढ़ के राज्यगीत के रचयिता का क्या नाम हैं ?
उत्तर:- स्व. नरेन्द्र वर्मा जी.
वर्तमान में जिसने इस गीत को स्वर दिया
उत्तर :- श्रीमती ममता चन्द्राकर
छत्तीसगढ़ का राज्यगीत क्या हैं ? किसने लिखा ? इस सवाल का जवाब लगभग आपको समझ आ गया होगा