छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय उद्यान
राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ में वन एवं जीवों के संरक्षण तथा प्रदेश की जैव-विविधता की सुनिश्चित करने हेतु 3 राष्ट्रीय उद्यान व 11 वन्य प्राणी अभ्यारण्य एवं 1 गेम सेंक्चुअरी है. प्रदेश …
राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ में वन एवं जीवों के संरक्षण तथा प्रदेश की जैव-विविधता की सुनिश्चित करने हेतु 3 राष्ट्रीय उद्यान व 11 वन्य प्राणी अभ्यारण्य एवं 1 गेम सेंक्चुअरी है. प्रदेश …
वन्य जीव संरक्षण जैव भौगोलिक दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ डेक्कन जैव क्षेत्र में शामिल है तथा इसमें बाघ (पैन्थेरा टाइग्रिस), तेन्दुआ, गौर, सांभर, चीतल, नीलगाय, जंगली सुअर आदि पाये जाते हैं वन्य …
मिटटी रेत, क्ले, ह्यूम (वनस्पति अंश) एवं अन्य खनिजों से मिलकर अपना अस्तित्व बनाती हैं इन तत्वों के अनुपात से मिट्टी की उत्पादकता एवं जलधारण क्षमता आदि का निर्धारण होता छत्तीसगढ़ …
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपारइँदिरावती हा पखारय तोर पईयांमहूं पांवे परंव तोर भुँइयाजय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया सोहय बिंदिया सहीं, घाट डोंगरी पहारचंदा सुरूज बनय तोर नैना सोनहा …
मध्य प्रदेश राज्य से अलग होकर 01 नवंबर में 2000 को अस्तित्व में आया | क्षेत्रफल की दृष्टि से छत्तीसगढ़ 135,194 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है एवं इस प्रकार यह …
छत्तीसगढ़ जमींदारी बाहुल्य क्षेत्र रहा है। प्राचीन काल से ही इस अंचल में छोटी-छोटी जमींदारियां स्थापित थीं। ये जमींदारियां कलचुरि अथवा गोड़ राजाओं की अधिसत्ता को स्वीकार करती थीं। इस काल …
शाब्दिक दृष्टि से छत्तीसगढ़ का अर्थ होता है 36 किले या गढ़ । कलचुरी शासनकाल में रतनपुर शाखा एवं रायपुर शाखा के अंतर्गत 18-18 गढ़ थे इस प्रकार इस क्षेत्र में …